1. चालाक बकरी और भूखा भेड़िया
गाँव के पास एक घना जंगल था, जहाँ एक बकरी और उसके बच्चे रहते थे। बकरी अपने बच्चों को घर पर छोड़कर चरने जाती थी। एक दिन, जब बकरी अपने बच्चों के लिए खाना लेने बाहर गई, तो एक भूखा भेड़िया उनके घर के पास आ गया।
भेड़िया दरवाजे पर दस्तक देते हुए बोला, “बच्चो, दरवाजा खोलो। मैं तुम्हारी माँ हूँ।” लेकिन छोटे बच्चे समझदार थे। उन्होंने जवाब दिया, “हम दरवाजा नहीं खोलेंगे। हमारी माँ की आवाज़ मीठी और प्यारी है, तुम्हारी नहीं।”
भेड़िया गुस्से में जंगल चला गया और अपनी आवाज़ मीठी करने की कोशिश करने लगा। अगली बार वह दरवाजे पर आया और फिर से बोला, “बच्चो, दरवाजा खोलो। मैं तुम्हारी माँ हूँ।” लेकिन इस बार बच्चों ने दरवाजे के नीचे से भेड़िये के पंजे देख लिए।
बच्चे चिल्लाए, “तुम हमारी माँ नहीं हो! हमारी माँ के पंजे इतने बड़े और खुरदरे नहीं हैं।”
तभी बकरी वापस आ गई और भेड़िये को अपने सींगों से मारकर भगा दिया। उसने अपने बच्चों को गले लगाया और कहा, “हमेशा सतर्क रहो और किसी अजनबी पर भरोसा मत करो।”
शिक्षा: सतर्कता और समझदारी हमें मुश्किलों से बचा सकती है।
2. राजा का तोता
एक बार एक राजा को एक सुंदर तोता उपहार में मिला। वह तोता न केवल सुंदर था, बल्कि बोलना भी जानता था। राजा ने उसे अपने महल में रख लिया और उसे दिन-रात प्यार से पाला।
कुछ समय बाद, राजा ने देखा कि तोता पिंजरे में उदास है और बात करना बंद कर चुका है। राजा ने अपने मंत्रियों और राज वैद्यों को बुलाया। लेकिन किसी को समझ नहीं आया कि तोता क्यों उदास है।
तभी एक साधु महल में आया और बोला, “महाराज, मैं तोते से बात करके देख सकता हूँ।” राजा ने तुरंत अनुमति दी। साधु ने तोते से पूछा, “तुम इतने उदास क्यों हो?”
तोते ने कहा, “मैं इस पिंजरे में कैद हूँ। मैं आज़ादी चाहता हूँ। जब तक मुझे खुला आसमान नहीं मिलेगा, मैं खुश नहीं रह सकता।”
साधु ने राजा से कहा, “महाराज, इसे खुला छोड़ दीजिए। यह वापस आएगा।” राजा ने साधु की बात मानी और तोते को छोड़ दिया। तोता उड़कर पेड़ पर बैठा और खुशी से गाने लगा। कुछ दिनों बाद, तोता खुद राजा के पास वापस आया।
शिक्षा: सच्चा प्यार वही है जो स्वतंत्रता देता है।
3. सूरज और हवा की ताकत
एक दिन सूरज और हवा के बीच बहस हो गई कि दोनों में से कौन ज़्यादा ताकतवर है। हवा ने कहा, “मैं सबसे ताकतवर हूँ। मेरी ताकत से पेड़ गिर जाते हैं और समुद्र में लहरें उठती हैं।” सूरज ने कहा, “मैं गर्मी देकर सब कुछ जीवित रखता हूँ।”
दोनों ने फैसला किया कि वे अपनी ताकत आजमाकर देखेंगे। उन्होंने एक राहगीर को चुना, जो गर्म कपड़े पहनकर रास्ते पर चल रहा था।
हवा ने अपनी ताकत आज़माने के लिए जोर से चलना शुरू किया। लेकिन जितनी तेज़ हवा चलती, राहगीर अपने कपड़ों को और कसकर पकड़ लेता। अंत में, हवा थक गई।
अब सूरज की बारी थी। सूरज ने धीरे-धीरे अपनी किरणों को तेज़ किया। राहगीर को गर्मी लगने लगी और उसने अपने कपड़े उतार दिए। सूरज ने मुस्कुराकर हवा से कहा, “दया और कोमलता से ताकतवर काम किया जा सकता है।”
शिक्षा: दया और कोमलता से कठिन काम भी आसानी से हो सकते हैं
4. बुद्धिमान कछुआ और दो बगुले
एक बार एक तालाब में एक कछुआ और दो बगुले रहते थे। तीनों गहरे दोस्त थे। गर्मियों में तालाब सूखने लगा, और कछुए को चिंता हुई कि वह कैसे जीवित रहेगा।
दो बगुलों ने कहा, “हम तुम्हें बचा लेंगे। हम तुम्हें उड़ाकर दूसरे तालाब में ले जाएंगे।” लेकिन कछुए को उड़ाने का तरीका क्या होगा? बगुलों ने सुझाव दिया, “हम एक लकड़ी लाते हैं। तुम लकड़ी को अपने मुँह से पकड़ लेना। हम लकड़ी के दोनों सिरों को पकड़कर उड़ जाएंगे।”
कछुए ने कहा, “लेकिन मैं बोल नहीं पाऊँगा, क्योंकि अगर मैंने मुँह खोला तो गिर जाऊँगा।” बगुलों ने कहा, “हां, यही शर्त है।”
सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने कछुए को उड़ते देखा और हँसकर कहा, “वाह! कछुआ उड़ रहा है!” कछुआ गुस्से में बोला, “तुम लोग चुप रहो!” जैसे ही उसने मुँह खोला, वह गिर गया।
शिक्षा: अपनी परिस्थितियों को समझकर ही बोलना चाहिए।
5. लालची जादूगर और समझदार लड़की
एक गाँव में एक जादूगर रहता था। वह अपनी जादुई शक्तियों का इस्तेमाल सिर्फ अपने फायदे के लिए करता था। गाँव के लोग उससे डरते थे। एक दिन, गाँव में एक लड़की आई जिसका नाम मीरा था।
मीरा बहुत बुद्धिमान थी। उसने सुना कि जादूगर एक जादुई मणि की खोज कर रहा है, जो उसकी शक्तियों को और बढ़ा सकती है। मीरा ने एक योजना बनाई।
वह जादूगर के पास गई और बोली, “मैं जानती हूँ कि जादुई मणि कहाँ है। लेकिन मणि तक पहुँचने के लिए हमें साथ में जाना होगा।” जादूगर मान गया।
मीरा उसे एक गहरी गुफा में ले गई और कहा, “मणि गुफा के अंदर है, लेकिन यह सिर्फ सच्चे और ईमानदार लोगों को ही मिलेगी।” जादूगर ने झूठ बोलने की कोशिश की, लेकिन गुफा से उसकी सारी शक्तियाँ छिन गईं।
मीरा ने गाँव के लोगों को बुलाया और कहा, “अब यह जादूगर तुम्हें तंग नहीं करेगा।” गाँव के लोग खुश हो गए।
शिक्षा: बुद्धि और अच्छाई से बुराई पर जीत पाई जा सकती है।