एक समय की बात है, आकाश में चमचमाते तारों के बीच एक छोटा सा तारा था जिसका नाम था ‘चमकी’। चमकी बाकी तारों की तरह बड़ा या तेज नहीं था, लेकिन उसे चमकना और रात के आसमान को खूबसूरत बनाना बहुत पसंद था। हर रात चमकी अपनी पूरी ताकत से चमकता, ताकि नीचे की दुनिया को रोशन कर सके।
एक दिन चमकी ने महसूस किया कि कुछ अजीब हो रहा है। उसकी चमक धीरे-धीरे कम हो रही थी। बाकी तारे उससे ज्यादा चमकीले लग रहे थे, और चमकी को खुद से छोटा और कमजोर महसूस होने लगा।
“मैं क्यों फीका पड़ रहा हूँ?”
चमकी ने खुद से सवाल किया। वह बहुत उदास था और चमकने में भी मन नहीं लगा रहा था। आसमान के बड़े तारे, जैसे ध्रुव तारा और सप्तर्षि मंडल, उसकी ओर देखकर हंसने लगे।
“अरे छोटे तारे, तुम्हारी चमक तो खत्म हो रही है! अब तो तुम्हें कोई देखेगा भी नहीं!”
चमकी को यह सुनकर और भी बुरा लगा। उसने आसमान में अपने दोस्त चाँद से मदद माँगी।
“चाँद मामा, मेरी चमक क्यों खो रही है?” चमकी ने पूछा।
चाँद ने मुस्कुराते हुए कहा, “चमकी, तुम्हारी चमक का कारण तुम्हारे दिल की खुशी है। अगर तुम्हारा मन उदास है, तो तुम्हारी चमक भी फीकी पड़ जाएगी। जाओ, धरती पर देखो, शायद तुम्हें कोई जवाब मिल जाए।”
धरती पर यात्रा
चमकी ने धरती पर जाने का फैसला किया। वह धीरे-धीरे नीचे उतरते हुए एक छोटे से गाँव में पहुँच गया। वहाँ उसने देखा कि लोग एक-दूसरे की मदद करने के बजाय झगड़ रहे थे। बच्चे उदास थे क्योंकि उनके पास खेलने के लिए सामान नहीं था, और बड़े लोग परेशान थे।
चमकी ने सोचा, “शायद मेरी चमक यहाँ लोगों की मदद करके वापस आ सकती है।”
चमकी की मदद
चमकी ने अपनी बची हुई थोड़ी-सी रोशनी से गाँव में रोशनी फैलाई। वह बच्चों के लिए रात को चमकता ताकि वे खुशी से खेल सकें। उसने बड़ों के लिए आकाश में छोटे-छोटे इशारे बनाए, ताकि वे अपने झगड़े भूलकर आपस में बातें करें। धीरे-धीरे गाँव में खुशहाली लौटने लगी।
लोग हँसने लगे, बच्चे खेलते हुए गाने लगे, और सब एक-दूसरे की मदद करने लगे। यह देखकर चमकी का दिल खुश हो गया। उसकी खोई हुई चमक धीरे-धीरे लौटने लगी।
चमक का राज़
चमकी को अब समझ में आ गया था कि असली चमक दूसरों की मदद करने और खुशी बाँटने से आती है। उसने चाँद मामा को धन्यवाद दिया और वापस आसमान में लौट गया। अब वह और भी तेज चमकने लगा था, क्योंकि उसका दिल खुशियों से भरा हुआ था।
सीख
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमारी असली ताकत और खुशी दूसरों की मदद करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने में छिपी होती है। जब हम दूसरों को खुश करते हैं, तो हमारी खुद की चमक भी बढ़ जाती है।
अगली बार जब तुम किसी को उदास देखो, उनकी मदद करके देखना। तुम्हें भी चमकी की तरह एक नई खुशी महसूस होगी!